सोफ़िया
मेरे अल्फाज़
कविता संग्रह
मेरे दोहे (कल और आज)
एहसासों की सिलवटें
हायकु-माला
Jamana Hans Pada
हैरान हूँ
स्याही की चमक
वर्जिन
प्रेम-पुरातन
अंजाना मैं
होठ चुप थे मगर
चाँद सा जलता दीप हृदय में
हे मानवता ! तुझको शत-शत बार नमन है
जीवन रस
इंद्रधनुष...
सोंच ना
अनजाना एहसास
जीवन अरण्य के अद्भुत फूल
मेरी भावनाएं मेरी कविताएं(Meri Bhavanayen, Meri Kavitanyen)
कलरव