अधूरा ख्वाब
उन्मुक्त
...क्योंकि भाषा भी एक फ्रैक्टल है
बटन दबाओ पार्थ
आँसू के कण
सैरेगुल
बिखरे हुए मनके
सुचरिता
कहानी कविता कोश
मालवियन्स
स्वर्गविभा त्रैमासिक ऑन लाइन पत्रिका मार्च २०२३
घृणा
Bhoot bangalow part 2
सिसकती रातें
यदा-कदा
Dosti
खानवा का युद्ध
जोरावर गढ़ और रंभाला का रहस्य
बेख़ुदी के लमहे (व्यंग्य संकलन)
मेरे मौन शब्द
जीवन चित्रण
भूत बंगला भाग 2
साहित्यिक संवेदनाएँ और कोरोना महामारी