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उपन्यास - सूरैन का हीरो और अजनबी ठिकाना उस लंबी कहानी की तीसरी कड़ी है जिसका पहला व दूसरा हिस्सा आप उपन्यास - सूरैन का हीरो और शादी का कीड़ा व सूरैन का हीरो और सीक्रेट डाईमेंशन में पढ़ चुके हैं। पूरी कहानी एक पेन्टालोजी है। यानि पूरे पाँच उपन्यासों में समायी हुई है इसकी कहानी। अब सूरैन ग्रह तबाह हो चुका हैं। और वहां की राजकुमारी ज़ारा का बच्चा अपने माँ बाप से बिछड़ चुका है। बाकोल से आयी हुई एक घातक किरण ने उसे यूनिवर्स के किसी अनजान कोने में धकेल दिया है। वह अनजान कोना आखिर कौन सी जगह है? इसका राज़ खुलेगा इस उपन्यास में। क्या उनका बच्चा अपने आर्टिफिशल गर्भ से बाहर निकल पायेगा? क्या शीले और ज़ारा अपने बच्चे से दोबारा मिल पायेंगे? और क्या सूरैन दोबारा आबाद हो पायेगा? पढ़ें इस रोचक दास्तान का अगला भाग इस उपन्यास में।
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