गीतिका
गहरे अहसास - जितने दूर, उतने पास
गगन भेदी तीर
ख्वाबों का शहर
खुदा तुझको बना दूँ
खाली – जहान
कुछ ख़याल, कुछ अल्फ़ाज़
कुछ बातें कुछ किस्से
कुछ अरमान शेष रह जाते हैं
कुछ अधूरे से
किताबी बाते
किछु फुरा गेल हमरा
कालजयी लोकगीत Kaaljayee Lokgeet
कारवाँ
कागज़ के "शेर"
कही-अनकही
कही अनकही
कविता संग्रह
कवि दर्पण
कल्पना की उड़ान
कलरव
कर्म - भाव
और तुम हमेशा रहोगे
एक सफ़र