कुछ भीगे अल्फाज़ (Kuch Bheege Alfaaz)
कुछ बातें कुछ किस्से
कुछ दिल से (मेरी १५१ कविताएँ और ५१ ग़ज़लें)/Kuch Dil Se (Meri 151 Kavitayein Aur 51 Ghazalen)
कुछ ज्ञात कुछ अज्ञात
कुछ ख्वाब बिखरे से (Kuchh Khwaab Bikhre Se)
कुछ ख़्वाब कुछ हकीक़त
कुछ अरमान शेष रह जाते हैं
कुछ अधूरे से
किताबी बाते
किछु फुरा गेल हमरा
काव्यामृत कुंज
काव्यादर्श
काव्यांश जिजीविषा
काव्य मञ्जूषा 2
काव्य तरंग/Kavy Tarang
कालजयी लोकगीत Kaaljayee Lokgeet
कारवाँ
काय राहिले बाकी
कागज़ के "शेर"
कही-अनकही
कही अनकही