चाहत
चाबी वाली भूत
चांदणे कवितांचे/Chandane Kavitanche
चाँदनी समेटते हुए
चाँद सा जलता दीप हृदय में
चलें! बेकल के गांव
चला, संपत्ती घडवुया!
चरित्र
चमत्कारी स्वरूप 10 हफ़्तों में
चमत्कार
चपटो गोला
चन्द सिक्को के लिए
चतुराई धरी रह गई
चतुःशलोकी भागवत
चच्चा कुछ नही
चंद सांसें जिन्दगी
चंद अश्लील पन्ने डायरी के
घोडा ब्रांड क्रिकेटर मेरे 71 व्यंग्य
घृणा
घुघरूओं की बेड़ियाँ
घरबसल्या काझीरंगा सफारी!