स्वतन्त्रता की अनकही गौरव गाथा
हमे तुम्हारा प्यार चाहिये
मानव मन
उगते सूरज Ugate Suraj
ज्योतिर्मय हो मानवता पथ
चेतना के पुष्प Chatna ke Pushp
पृथ्वी तनया
"ख़याल" ... मेरे अपने !
"धुन" .. ख़यालों की गुनगुनाहट!
“अभिव्यक्ति”..ख़्यालों की रवानी!
“मन”... ख़यालों का दर्पण!
पंक्तियाँ..ख्यालों की लड़ी!
आबसार
“अक्ष”-ख़यालों का झरोखा!
"धुन" ...ख़यालों की गुनगुनाहट!