विदेह ३८२ म अंक १५ नवम्बर २०२३ - लक्ष्मण झा 'सागर' विशेषांक
ग़ज़लें जिंदगी की/Ghazalen Jindagi Ki
मेरी ५१ ग़ज़लें/Meri 51 Ghazalen
मेरी चुनिंदा ५१ कविताएँ /Meri Chuninda 51 Kavitayen
मेरी १०१ कविताएँ/Meri 101 Kavitayen
मेरी ७५ नयी कविताएँ/Meri 75 Nayi Kavitayen
माझ्या १०१ कविता/Mazya 101 Kavita
माझ्या ७५ नवीन कविता/Mazya 75 Naveen Kavita
चांदणे कवितांचे/Chandane Kavitanche
मेरी ५१ कविताएँ/Meri 51 Kavitayen
स्व:महारत , सेल्फ मास्टरी, आत्मज्ञान
माझ्या ५१ कविता/Mazya Ekyavan Kavita
जीवन में लक्ष्य निर्धारण का महत्व
क्यों ? नेटवर्क मार्केटिंग - लक्ष्य नरबरिया
माझ्या निवडक ५१ कविता / Mazya Nivdak 51 Kavita