ज्योतिर्मय हो मानवता पथ
पृथ्वी तनया
"ख़याल" ... मेरे अपने !
“अभिव्यक्ति”..ख़्यालों की रवानी!
"धुन" .. ख़यालों की गुनगुनाहट!
“मन”... ख़यालों का दर्पण!
"धुन" ...ख़यालों की गुनगुनाहट!
आबसार